हमने हर नजर, हर शख्श हर बज़्म
हर नज्म को अच्छा कहा -
गुजर गया, जो जा रहा अपने सफर
हर मुसाफिर को अच्छा कहा -
ढ़ो लिया वजन अपने साथ ही औरों का
समझदारों ने बच्चा कहा -
सच बोलता रहा ताउम्र ,झूठ ही माना गया
जब किया फरेब सबने सच्चा कहा -
जमाने की बात है जमाने से पूछिए ,
शराफत को जफा कहा ,कभी वफ़ा कहा -
उदय वीर सिंह
हर नज्म को अच्छा कहा -
गुजर गया, जो जा रहा अपने सफर
हर मुसाफिर को अच्छा कहा -
ढ़ो लिया वजन अपने साथ ही औरों का
समझदारों ने बच्चा कहा -
सच बोलता रहा ताउम्र ,झूठ ही माना गया
जब किया फरेब सबने सच्चा कहा -
जमाने की बात है जमाने से पूछिए ,
शराफत को जफा कहा ,कभी वफ़ा कहा -
उदय वीर सिंह