दीपोत्सव की हृदय से बधाई व शुभकामनाएं मित्रों ! जीवन उजाले से जगमगाता रहे तमस तिरोहित हो ,जा कही किसी गह्वर । आत्मबल आधार पाये दया करुणा प्रेम सहकार संस्कार बन जाए । हृदय से कामना ... -
अर्पित कर एक दीप अंधेरे को ,
तम का साम्राज्य कुछ तो कम होगा -
तज कंगन शमशीर लिया कर मैंने
मातृभूमि का वेदन कुछ तो कम होगा -
सरहद से अब प्रीत हमारी वीर
ले हाथ शीश सीमा पर उत्सव होगा -
उदय वीर सिंह