मंगलवार, 12 दिसंबर 2017

लोग जलाते हैं दीपक बुझा लेते हैं आप

हवा में खड़े होकर जमीन उठा लेते हैं आप
बिना लाश जनाजा उठा लेते हैं
लोग जलाते हैं दीपक बुझा लेते हैं आप
खुदा ने बनाया है यही उसकी मर्जी है
गरीब का कितना तमाशा बना लेते हैं आप-
नदी सुख गई सदियाँ बीतीं कितनी
उसपर कितना मजबूत पूल बना लेते हैं आप -
जन्म मंदिर मस्जिद गुरुद्वारों में नहीं
माँ को भी कितना यतीम बना लेते हैं आप -
उदय वीर सिंह

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