चाहते हो पाँवों को आसमां देना
तो जमीं भी देनी होगी -
चाहते हो दासतां को बयां करना
तो पहले सुननी होगी -
मुकद्दर न आई है खुद चल करके
अपने हाथों लिखनी होगी -
बाद जाने के आबाद खामोशी होगी
होगी तो तेरी कमी होगी-
सँजो लेना यादों से प्यार का आँचल
जब आँखें शबनमीं होगी -
1 टिप्पणी:
बहुत अच्छा लिखा है आपने .....
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